Friday, April 27, 2007

निजभाषा उन्नति अहै, सब उन्नति का मूल


निज भाषा उन्नति के लिए जो कुछ भी हम करेंगे उससे हमारी भी उन्नति होगी । हिंदी दुनिया की सबसे बड़ भाषा है, इसकी उन्नति के साथ ही हमारी प्रगति जुड़ी है । आइए हम सब मिल कर हिंदी के विकास के लिए कार्य करें ।

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